देश में आदिवासी लड़ रहे अस्तित्व की लड़ाई, सभी दलों ने छला

यूएनओ द्वारा 13 सितंबर को घोषणा पत्र दिवस को विश्व आदिवासी अधिकार घोषणा दिवस के रूप में मनाया गया। आदिवासी समन्वय मंच, भारत द्वारा इस बार रांची के हरमू मैदान में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें झारखंड, नेपाल समेत देश के कुल 13 जनजातीय समुदायों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम के माध्यम से कहा गया कि आज पूरे देश में पांचवीं अनुसूची की अवहेलना हो रही है। आदिवासी संघर्षरत हैं। विगत 70 वर्षों में सभी दलों ने आदिवासियों को छलने का काम किया। ऐसे में देश में निवास करने वाले 10 करोड़ 39 लाख आदिवासियों को एकजुट होने की जरूरत है। Read more

Courtesy: Dainik Bhaskar