छत्तीसगढ़: लीज के नियम पूरे ना करने पर टाटा समूह से वापस ली जाएगी 1700 हेक्टेयर जमीन

छत्तीसगढ़ की नवनिर्वाचित कांग्रेस सरकार ने यहां टाटा समूह को स्टील प्लांट लगाने के लिए दी गई करीब 1700 हेक्टेयर जमीन को वापस लेने का निर्णय किया है। राज्य के बस्तर स्थित इस जमीन को टाटा समूह से लिए जाने के बाद इसे किसानों को वापस दिया जाएगा। मंगलवार को इस फैसले की जानकारी राज्य सरकार के मंत्री रवींद्र चौबे ने दी।
मंत्री रवींद्र चौबे ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पूर्व में टाटा समूह द्वारा किसानों से इस जमीन को स्टील प्लांट के लिए लिया गया था, लेकिन कंपनी ने अधिग्रहण के बाद लीज के लिए तय नियमों का पालन नहीं किया। इसे देखते हुए सीएम भूपेश बघेल ने अधिकारियों को जमीन वापसी संबंधित प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए थे। सीएम के निर्देश के बाद इस जमीन की वापसी की कार्रवाई शुरू की गई।

इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी बस्तर में अपनी रैली के दौरान यहां के किसानों को उनकी जमीन वापस दिलाने का वादा किया था। इसके अलावा पार्टी के घोषणा पत्र में भी यह ऐलान किया गया था कि छत्तीसगढ़ में अधिग्रहीत वह सभी जमीन जिस पर अधिग्रहण के पांच साल के भीतर कोई प्रॉजेक्ट स्थापित नहीं हुआ हो किसानों को वापस दिलाई जाएगी। बाद में सरकार बनने के बाद खुद सीएम भूपेश बघेल ने जमीन वापसी के लिए अधिकारियों को प्रस्ताव बनाने और इसे कैबिनेट की बैठक में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए थे।

Courtesy: Nav Bharat Times