फंड मिलने के बाद भी नहीं खरीदे ट्रामा वैन:2 ट्रामा वेन की खरीदने के लिए स्वास्थ्य विभाग को डीएमएफ मद से मिल चुके हैं 45 लाख रुपए
Dainik Bhaskar | Jan 2021
स्वास्थ्य विभाग को जिले में ट्रामा वेन की खरीदी के लिए स्वीकृति के साथ-साथ राशि मिल जाने के बाद भी विभाग द्वारा 18 माह बाद भी ट्रामा वैन की खरीदी नहीं कर पाया है। ट्रामा वैन की खरीदी स्वास्थ्य के फाइलों में ही दबी हुई है। जबकि इस वैन की घोषणा मुख्यमंत्री द्वारा किया गया था।
जिले में मुख्यमंत्री के घोषणा को भी अधिकारी कर्मचारी नजर अंदाज कर देते हैं। जिसका खामियाजा जिले के लोगों को भुगतना पड़ता है। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 5 फरवरी 2019 को पहली बार कुनकुरी पहुंचे थे। जहां उन्होंने एक सम्मेलन को संबोधित करने के दौरान जिले में दो ट्रामा वैन उपलब्ध कराने की घोषणा की थी।
मुख्यमंत्री की घोषणा को अमलीजामा पहनाने के लिए संसदीय सचिव यूडी मिंज ने जून 2019 में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव से मुलाकात कर बजट आबंटित करने का अनुरोध किया था। इस पर उन्होंने खनिज न्यास निधि से ट्रामा वैन खरीदी की अनुशंसा कलेक्टर से की थी। स्वास्थ्य मंत्री के इस अनुशंसा पर जिले के प्रभारी मंत्री अमरजीत भगत ने ट्रामा वैन के लिए डीएमएफ मद से खरीदी के लिए 45 लाख रुपए स्वीकृति दिया था।
पूर्व में ट्रामा सेंटर को लेकर हुई थी राजनीति
जिले में ट्रामा सेंटर की मांग सालों से की जाती रही है। भाजपा के दिग्गज नेता दिवंगत दिलीप सिंह जूदेव की पहल पर तात्कालीन मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह जशपुर में ट्रामा सेंटर निर्माण करने की स्वीकृति दी थी। लेकिन अगस्त 2013 में उनके निधन के बाद तात्कालीन स्वास्थ्य मंत्री अजय चंद्राकर ने इस प्रस्तावित ट्रामा केन्द्र को राजनांदगांव स्थानांतरित कर दिया था। उनके इस निर्णय का जिले में विरोध हुआ था। शहरवासियों ने कैंडल मार्च निकाल कर इसका विरोध किया था। कांग्रेस और भाजपा के बीच जमकर राजनीतिक हुई थी।
वैन खरीदी प्रक्रिया में
ट्रामा वैन की खरीदी प्रक्रिया में हैं, प्रक्रिया पूरी होते ही जिले में ट्रामा वैन की खरीदी कर ली जाएगी।”
-डॉ.पी सुथार, सीएमएचओ, जशपुर